नमस्कार दोस्तों, मैं Shubham Anand इस blog post में Ganesh Chaturthi से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करने जा रहा हूँ | यदि इस गणेश चतुर्थी पर कुछ बातों का ध्यान रखा जाये तो यह आपके लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है |
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Ganesh Chaturthi 2022, तिथि, शुभ मुहुर्त
Ganesh Chaturthi दिन से ही उत्सव की शुरुआत होगी जो इस बार 31 अगस्त को हो रही है। वैसे तो गणेश चतुर्थी तिथि 30 से 31 अगस्त के बीच आएगी। तिथि का समय 30 अगस्त को दोपहर 3:33 बजे शुरू होगा और अगले दिन यानि 31 अगस्त को दोपहर 3:22 बजे तक चलेगी. उसके बाद 9 सितम्बर को अनंत चतुर्दसी होने वाला है जिसको हम गणेश चतुर्थी की अंतिम तिथि भी कह सकते हैं, इस दिन मूर्ति का विसर्जन होगा।m तक रहेगा |
Ganesh Chaturthi से ये प्राप्त होंगे
1 . बुद्धि और विवेक
दोस्तों आप तो जानते ही हैं की कैसे जब एक बार बुद्धि परीक्षा के लिए सभी देवताओं को ब्रह्माण्ड की परिक्रमा करने को कहा गया तो गणेश जी ने अपने बुद्धि और विवेक से माता – पिता की परिक्रमा कर प्रथमपूज्य होने का गौरव प्राप्त किया | इस घटना से यह तो पता चल ही गया होगा की गणेश जी बुद्धि और विवेक के मालिक हैं इसलिए जो भी गणेश जी की सच्चे मन से उपासना करते है उसमे भी बुद्धि और विवेक का वास होता है |
2 . बल और कौशल
दोस्तों गणेश जी देवसेना के सेनानायक है क्योकि उनमे बल और युद्ध कौसल का वास मना जाता है | उन्होंने अपने प्रतिनिधित्व में देवताओं को अनेक देवासुर संग्राम में विजय दिलाई है | इसलिए जो कोई भी सच्चे दिल से उनकी पूजा करता है उसे असीम बल और कौसल की प्राप्ति होती है | तो सच्चे दिल से बोलो गणपति बाप्पा मोरया |
3 . धन और वैभव
दोस्तों आपने देखा होगा जहाँ भी लक्ष्मी जी की पूजा होती है साथ में गणेश जी की भी पूजा होती है अर्थात दोनों एक दूसरे के पूरक हैं | इसलिए गणपति की पूजा से धन की देवी लक्ष्मी जी अति प्रसन्न होती है | इसलिए जिस घर में गजानन की पूजा होती है उस घर में लक्ष्मी का वास होता है और अनायास ही धन और वैभव की प्राप्ति होती है।
4 . रिद्धि और सिद्धि
रिद्धि और सिद्धि दोनों ही गणेश जी की पत्निया है अतः उन्हें रिद्धि और सिद्धि प्रदाता भी कहा जाता है | किसी को भी इसकी प्राप्ति लम्बोदर जी की कृपा के बिना संभव नहीं है | इसलिए हम गणेश जी को प्रसन्न करके ही रिद्धि और सिद्धि की प्राप्ति कर सकते हैं | एक बार फिर प्रेम से बोलो गणपति बाप्पा मोरया |
5 . विद्या और समस्त ज्ञान
विद्या और ज्ञान की देवी माता सरस्वती को विघ्नहर्ता गजानन गणेश परम प्रिय है इसलिए जो भी भगवान श्री गणेश की पूजा करता है उसे माता सरस्वती की महती कृपा से विद्या और समस्त प्रकार के ज्ञान की प्राप्ति होती है | महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित महँ ग्रन्थ महाभारत को गणेश जी की कृपा से ही लिपिबद्ध करना संभव हो सका था |
इन मन्त्रों से करें अर्चना Ganesh Chaturthi 2022 पर
दोस्तों वह एक स्थान जहाँ बल , बुद्धि , विद्या , रिद्धि ,सिद्धि ,धन ,वैभव और समस्त ज्ञान का वास है वह है भगवान गणेश का ह्रदय। वे जहाँ एक तरफ दुष्टों के लिए विघ्नकर्ता हैं वहीँ अपने भक्तों के लिए विघ्नहर्ता भी हैं। उनकी अर्चना कर हम दुनिया के सरे मनोरथ सिद्ध कर सकते हैं। इसलिए किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत भगवन गणेश की पूजा से होती है। तो आइये इस मंत्र से इनकी असीम कृपा पाने का प्रयास करें। Ganesh Chaturthi
“ॐ गं गणपतये नमः “
“गजाननं भूतगणाधिसेवितं, कपितजम्बु फलचारु-भक्षणम ,
उमासुतं शोकविनासकारकम ,नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम”
ऐसे करें उपासना
तन और मन से पवित्र होकर निश्छल भाव से, मोदक, मिष्ठान और फलों के भोग के साथ ऊपर दिए गए मन्त्रों का उच्चारण करते हुए विघ्नहर्ता गणेश की उपासना करें |गणेश जी को दूर्वा अतिप्रिय है इसलिए उन्हें दूर्वा अवश्य चढ़ावें। कहा जाता है की दूर्वा इनकी परम भक्त थीं। कुछ विशेष बातों का ध्यान अवश्य रखें जैसे Ganesh Chaturthi को चन्द्रमा के दर्शन न करें, विषम संख्या में गणेश जी की मूर्ति न रखें, भोग में तुलसीपत्र का प्रयोग न करें |
दोस्तों इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें जिससे की अधिक से अधिक लोगों को गजानन गणेश की अदभुत कृपा पाने का मौका मिल सके Ganesh Chaturthi
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