Best independence day status
न धन चाहिए, न तन चाहिए,
बस अमन से भरा, मेरा वतन चाहिए।
जबतक जिंदा हूं, अपनी मातृभूमि के लिए,
और जब मरूं, तो तिरंगा मुझे कफन चाहिए।
जमाने भर में मिलते है आशिक कई,
मगर वतन से अच्छा कोई सनम नहीं होता।
नोटों में लिपटकर, सोने में सिमटकरj
ना शोहरत चाहिए न जन्नत चाहिए,
हे भारत मां तेरी मिट्टी चाहिए,
जब तक जिंदा रहूं तेरे आंचल में राहु,
और जब मैं मारूं तो तिरंगा कफ़न चाहिए।
दुश्मनों में भी है दहशत मेरे,
राष्ट्र की स्वाभिमान का,
और सिर्फ यहां ही नहीं,
बल्कि विदेशों तक खुशबू फैली है,
हमारे देश के किसान की।
सुरीली खबर तुम मत समझ लेना,
मैं झोका कोई तूफानी हूं,
और अपने चाहत का किसी को बताने से पहले,
मैं बताता दूं कि मैं एक हिंदुस्तानी हूं।
अपने हौसले की उड़ान से,
जिसने बदल दिया इस इतिहास को,
मैं जितना सम्मान दूंगा उतना ही कम है,
उस बेटी हिमा दास को।
क्यों मानते हो बुरा, क्या
स्कूल में हम लोगों को यही सिखाया जाता है,
और अगर पता नहीं है तो पता कर लो,
यहां के बाद सभी जगह हमें,
बस अपने भारत देश के नाम से बुलाया जाता है।
तारीफ है तेरी फैली हुई है, धरती और आसमान में,
औकात क्या है मेरी जो मैं लिखूं तेरे सम्मान में,
और जहां की मिट्टी को भी चूमा जाता हो,
मैं छाती ठोक कर कह देता हूं,
रहता हूं मैं उसे हिंदुस्तान में।
बस मेरे मुंह में तेरा नाम आ जाए,
मेरे खून का एक-एक कतरा तेरे काम आ जाए,
और कैसा नशा है तेरे इस जयकारे में,
की इसको सुन के मुद्दे में भी जान आ जाए।
मुझसे पूछा गया कि तेरी जात क्या है,
तो मैंन कहा कि मैं मेरी मिट्टी की एक निशानी हूं,
और अपने आप को किसी जात का बताने से पहले,
मैं एक हिंदुस्तानी हूं।
शहीदों के बलिदान को भूलकर,
जो वैलेंटाइन डे मनाएंगे,
वो लोग जाओ खोज लो किसी का पल्लू,
मेरे हाथ में तो तिरंगा रहेगा और हम,
स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे।
हम अपनी जान के दुश्मन को,
अपनी जान कहते हैं,
और मैं मोहब्बत की इसी मिट्टी को,
हम हिंदुस्तान कहते हैं।
न हूर चाहिए न हीर चाहिए,
मैं भारतीय का बेटा हूं,
मेरे बस हाथ में एक तिरंगा हो,
और मरने के बाद तिरंगा कफन मिले,
बस यह तकदीर चाहिए।